Thursday, April 4, 2013

नारायणी देवी महावीर प्रसाद भग्ग्नका जी का जीवन परिचय

श्री महावीर प्रसाद भग्ग्नका का जन्म 7 जुलाई 1927 को भिवानी के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ | आप बाल्यकाल में ही दिल्ली आ गये थे लेकिन अपनी जन्मभूमि भिवानी से आपका प्यार बना रहा | अपने भिवानी के मंदिरों के रखरखाव में गहरी रूचि दिखाई | श्योलालपुरी,पंचमुखी हनुमान ,सोमवारी माता, श्री अखाड़े वाले, खाकी बाबा, और हीरापुरी मंदिर के लिए आपका योगदान हमेशा सराहनीय रहा | इस कार्य में आपकी धर्मपत्नी श्रीमती नारायणी देवी आपके साथ रहीं | माता-मंदिर देवसर में भी आपने पानी की टंकी का निर्माण कार्य आरम्भ किया |
हरिद्वार से भिवानी तक 11 खड़ी काँवड लाकर आपने  काँवड परम्परा को सम्रद्ध किया | हरिद्वार में गंगा जी की तीन प्रमुख आरतियों में से एक आरती आज भी आपके परिवार के सोजन्य से होती है | 1 नवम्बर 2002 को श्रीमती नारायणी देवी के स्वर्गवास के बाद आपने अपना पूरा जीवन समाज सेवा में समर्पित कर दिया और 22 अक्टूबर 2007 को अस्सी वर्ष की आयु में इस संसार को अलविदा कह दिया | आपकी चार बेटियाँ प्रेमलता ,सीता देवी, संतोष, अनिता, और पुत्र पुष्पेन्द्र है | श्री मातु राम जी, श्री भगीरथ मल जी बुवानी वाले और श्री छाजूराज जी जालान आपके संबधी हैं | श्री पुष्पेन्द्र गोयल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती संतोष अपने पुत्र चिनार और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती  रितिका गोयल तथा तुषार और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमाचि  गोयल  के साथ समाज सेवा के कार्य में आज भी जुटे हैं | आपका परिवार राजस्थान रत्नाकर, रोटरी क्लब, अग्रवाल इंटरनेशनल अस्पताल , लाँयंस क्लब, माँडल टाउन रेजिडेंट वेलफेयर एवं श्री श्याम मंडल आदि सामजिक संस्थाओ से जुड़े है |

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